Gazal ये कहना है उनसे मोहब्बत है मुझको

मुझे फिर वही याद आने लगे है
जिन्हे भुलाने में ज़माने लगे है

सुना है हमे वो भुलाने लगे है
तो क्या हम उन्हे याद आने लगे है?

ये कहना है उनसे मोहब्बत है मुझको
ये कहने में उनसे ज़माने लगे है

क़यामत यकिनन क़रीब आ गई है
'ख़ुमार' अब तो मस्जिद में जाने लगे है


Gazal by  ख़ुमार बाराबंकवी

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